How to Control anger in Hindi, क्या आपको भी आता है ज्यादा गुस्सा, गुस्से से होने वाले नुकसान

How to control anger in hindi

गुस्सा इंसान का बहुत बड़ा दुश्मन है ये दूसरों को तो नुक्सान पहुंचाता है पर खुद के लिए भी खतरे की घंटी बन जाता है। कुछ लोगों को गुस्से में कुछ समझ नहीं आता कि वो क्या कर रहे है पर उन्हें ये नहीं पता की इसका कितना बड़ा खामियाज़ा भुगतना पड़ सकता है। दोस्तों गुस्सा भी दो तरह का होता है नार्मल गुस्सा तो हर कोई इंसान करता है पर जिस इंसान को गुस्से में कुछ समझ ही न आये कि वो क्या कह रहा है या क्या कर रहा है वैसा गुस्सा खुद को भी और दूसरों को भी नुक्सान देता है। आपने अक्सर देखा होगा कि कई बार इससे बड़े करीबी रिश्तों में दरार पड़ जाती है| क्या गुस्सा करने वाला इंसान सच में कुछ नहीं सोचता? आईये जानते है कि गुस्सा करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है? और इसे कैसे दूर किया जा सकता है।(How to control anger in Hindi)

ज्यादा गुस्से से हो सकता है ब्रेन स्ट्रोक का खतरा (Danger of Brain Stroke)

Danger of Brain Stroke

ज्यादा गुस्सा करने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बन सकता है क्योकि गुस्से से हमारे शरीर में ऐसे रासायनिक तत्व बनते है कि उससे इंसान के शरीर और मस्तिष्क पर घातक असर पड़ता है। जोकि इंसान के लिए बहुत हानिकारक है।

दिमागी शक्ति को कमजोर करना (Makes mind weak)

Makes mind weak

क्रोध इंसान का सबसे बड़ा शत्रु है क्योकि इंसान के दिमाग पर जब जरूरत से ज्यादा प्रेशर पड़ता है तो इससे सोचने समझने की शक्ति प्रभावित होती है और दिमाग पर सबसे बुरा असर गुस्सा करते वक्त पड़ता है।

रक्त प्रभाव तेज होना (Increase in blood flow)

Increase in Blood Flow

गुस्से से हमारे शरीर का ब्लड प्रेशर बहुत तेजी से बढ़ता है क्योकि जब हम किसी बात को लेकर अचानक से रिएक्ट करते है तो इससे बॉडी का ब्लड सर्कुलेशन बहुत हाई हो जाता है जोकि धीरे धीरे हाई बीपी का कारण बनता है और आज इस समस्या से बहुत से लोग परेशान है।

डिप्रेशन की जड़ है गुस्सा (Anger is the root cause of depression)

Anger is the root cause of depression

गुस्सा आते तो मिनट लगता है पर ये इतना खतरनाक है कि आज ज्यादातर लोगों के तनाव का कारण बन चुका है। गुस्से से हम छोटी छोटी बातों पर दुखी होते है और उदास रहने लगते है और उदासी कब डिप्रेशन में बदल जाए कुछ पता नहीं।

आक्रामक भावनाएं (Aggressive Feelings)

Aggressive Feelings - How to control anger in hindi

ज्यादा गुस्से में इस तरह की भावनाओं को पनपने में देर नहीं लगती। क्योकि गुस्से से ही इंसान में आक्रामक भावनाएं पैदा होती है। जरूरत से ज्यादा गुस्से वाला इंसान खुद के लिए और दूसरों के लिए भी खतरनाक है क्योकि इस तरह की भावना इंसान को किसी भी हद तक ले जा सकती है।

इम्यून सिस्टम होता है प्रभावित (Immune System is Affected)

Immune System is Affected

ज्यादा गुस्सा करने से हमारी पाचन शक्ति बुरी तरह से प्रभावित होती है स्टडी के अनुसार जो लोग हमेशा गुस्से या नेगेटिविटी से घिरे रहते है उन्हें नार्मल इंसान के मुकाबले खाना लगभग 3 घण्टे बाद पचता है।

ग्रोथ पर असर (Affects Growth)

Affects Growth
How to control anger tips in hindi

वैसे तो गुस्से के कई कारण हो सकते है पर अगर बच्चों की बात करें तो जब उनके मन के मुताबिक कोई चीज़ नहीं होती तो वो गुस्सा करने लगते है या रोने लगते है। दोस्तों नार्मल गुस्सा हर इंसान करता है पर गुस्से में अलग तरह की तोड़ फोड़ या कुछ अन्य नुक्सान गलत है। इससे बच्चों की ग्रोथ भी प्रभावित होती है।

How to control anger in Hindi, गुस्से को काबू में करने के तरीके

How to control anger in hindi
How to control anger in hindi

मेडिटेशन (Meditation)

Meditation
Gussa kaise control kare

अगर किसी को ज्यादा गुस्सा आता है तो मेडिटेशन करने से आप इससे धीरे धीरे रहत पा सकते है क्योकि इससे हमारा मन शांत होता है और गुस्सा भी कुछ हद तक काबू किया जा सकता है। गुस्से के साथ साथ इससे आपका स्ट्रेस कम होता है और शरीर भी स्वस्थ बनता है।

मुँह में रखे मिश्री (Keep Sugar Candy in your mouth)

Keep sugar candy in your mouth - How to control anger in hindi
Anger ko kaise control kre

अगर आप अपने गुस्से से छुटकारा पाना चाहते है तो जब आपको गुस्सा आने लगे जल्दी से मुँह में मिश्री रख ले क्योकि जब तक मिश्री मुँह में पिघलेगी तब तक आपका गुस्सा शांत हो जाएगा।

धैर्य और समझदारी (Patience and Sensibility)

Patience and sensibility
How to control anger in hindi

पहले तो अपने गुस्से के कारणों को समझे और और कुछ भी बोलने से पहले समझदारी से काम लेना जरुरी है इस तरह की सिचुएशन में खुद को कण्ट्रोल करने का काम करें और वैसे भी शास्त्रों में कहा गया है कि क्षमा से क्रोध को भी जीता जा सकता है। इसलिए अपने अंदर धैर्य की भावना विकसित करें और दूसरों को माफ़ करने का गुण अपनाये। क्योकि दूसरे को माफ़ी देने से खुद को ज्यादा सकून मिलता है।

वैसे भी इस संसार में आपके साथ सिर्फ आपकी अच्छाई जाती है इसलिए इस तरह के क्रोध को त्यागना ही हमारे शरीर के लिए और दूसरों के लिए बेहतर है। क्योकि क्रोध करके अंत में पछतावे के सिवा कुछ हासिल नहीं होता।