ऐसा कहा जाता है कि यदि आपको धरती पर स्वर्ग का अनुभव करना है तो एक बेटी के माँ-बाप बनकर आप इस एहसास का अनुभव कर सकते है। बेटियां बहुत जल्दी बड़ी हो जाती है वह कब नासमझ से समझदार बन जाती है पता ही नहीं चलता है।
एक बेटी अपनी हर जिम्मेदारी को बाखूबी निभाती है फिर चाहे वो उसके घर से जुडी जिम्मेदारी हो या फिर उसके ससुराल से जुडी जिम्मेदारी। जिनके घरों में बेटियां है वो लोग ही जानते है एक बेटी होने कि ख़ुशी क्या होती है। बेटियों से हम लोग बहुत कुछ सीख सकते है।
बेटियां बस प्यार कि भूखी होती है। यदि आप अपनी प्यारी सी गुड़िया के लिए कुछ ख़ास करना चाहते है तो आप अपनी बिटिया को Daughter Quotes in Hindi, Daughters Day quotes in Hindi भेज सकते है।
इसी तरह बेटियों पर कुछ सुविचार और बेटी पर कुछ सुंदर लाइने, शायरी इस प्रकार है।
बेटी पर सुविचार (Daughter Quotes in Hindi)
घर के आंगन को महकाती है बेटियां
माँ बाप को दुःख हो तो सह नही पाती है बेटियॉं
धन दौलत नही सिर्फ
घर का सुख ही चाहती है बेटियाँ
माँ की जान, पिता की होती है ये लाड़ली
कोई नहीं कर सकता बेटियों की बराबरी
बेटियाँ सबके मुकदर में कहाँ होती है
जिस घर में हो रब की रहमत
ये नन्ही सी परियाँ तो वहां होती है।
घर में न हो बेटी तो घर सूना लगता है
जिगर का टुकड़ा हो दूर
तो घर में कहाँ माँ का मन लगता है।
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Daughter Quotes in Hindi
अजीब है इन बेटियों की अदा
खुद टूट कर भी किसी को टूटने नहीं देती हैं।
अपने की घर की शाखाओं पर
परिंदों की तरह आती है
उड़कर एक दिन ये कहीं
दूर चली जाती हैं।
हर बेटी को पिता तो मिल जाता है
पर हर पिता के भाग्य में बेटी नही होती।
‘मत समझो बेटी को भार
क्योंकि बेटी है भगवान का अनोखा उपहार’
Emotional Father Daughter Quotes in Hindi
प्यारी सी मुस्कान
अलग सी पहचान
हर रिश्ते में डाल देती है ये जान
तभी तो पिता से होता नही आसानी से इनका कन्यादान
बेटियाँ वो प्यारा सा फूल हैं
जो हर बाग में नहीं खिलता।
बेटी पर सुविचार
बनाना चाहते हो अगर देश को महान
तो मत करो कोख में बेटियों का अपमान
Daughter Shayari in Hindi
माँ, बहन, बहु की करते है सब आस,
पर बेटी पैदा होते ही,
क्यों हो जाते है कुछ लोग उदास
माँ बाप का सबसे कीमती तोफा उनकी बेटी ही होती है।
बेटियों को किसी धन दौलत की नहीं बल्कि इज़्ज़त की जरूरत होती है।
बेटियां जहाँ जाती है वही खुशियां ले आती है,
बेटियां नसीब भी उनको होती है,
जो बेटियों की अहमियत जानते है।
लड़कियों को बचपन से सिखाई गई बातें
कपड़े ढंग के पहनना, जल्दी घर आना, लोग क्या कहेंगे ?
जबकि जरुरी है उन्हें अच्छी शिक्षा देना, अपने हक़ के लिए बोलना सिखाना और आत्मनिर्भर बनाना।
ये ससुराल है बिटिया यहाँ गलती की सजा दी जाती है
मायका नहीं जहां पर गलती करने पर भी बाप गले से लगा लेता है।
बेटी के पैदा होते ही मार देने वालो,
तुम्हे कोई हक़ नहीं है बहु लाने का।
पिता से ज्यादा प्यार करने वाला इंसान दुनिया में कोई नहीं होता।
लाख गलती करने पर भी लड़की ‘पिता की शहजादी’ ही रहती है…
दहेज की प्रथा रोकने में पहली आवाज़ खुद की होना जरुरी है,
न दहेज देंगे, न कोई ले पायेगा
न ही किसी बेटी को दहेज़ की आग में जलना पड़ेगा।
पिता का सहारा ही काफी है
मुझे किसी और की जरूरत नहीं है।
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